Comments - ग़ज़ल : एक तन्हा ग़ज़ल रहा हूँ मैं - Open Books Online2024-03-28T20:58:01Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1005567&xn_auth=noसुरेन्द्र नाथ सिंह जी , रचना…tag:openbooks.ning.com,2020-05-05:5170231:Comment:10057742020-05-05T23:49:47.870Zसूबे सिंह सुजानhttp://openbooks.ning.com/profile/2fvsz8v20bb3q
<p>सुरेन्द्र नाथ सिंह जी , रचना को पढ़कर बधाई दी है । </p>
<p>आपकी सक्रियता को नमन है ।</p>
<p>सुरेन्द्र नाथ सिंह जी , रचना को पढ़कर बधाई दी है । </p>
<p>आपकी सक्रियता को नमन है ।</p> आद0 सूबे सिंह सुजान जी सादर अ…tag:openbooks.ning.com,2020-05-05:5170231:Comment:10058422020-05-05T02:16:25.105Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooks.ning.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 सूबे सिंह सुजान जी सादर अभिवादन। अच्छी ग़ज़ल कही आपने। बधाई स्वीकार कीजिये।</p>
<p>आद0 सूबे सिंह सुजान जी सादर अभिवादन। अच्छी ग़ज़ल कही आपने। बधाई स्वीकार कीजिये।</p> समर कबीर साहब बहुत बहुत शुक्र…tag:openbooks.ning.com,2020-05-04:5170231:Comment:10056752020-05-04T11:26:47.249Zसूबे सिंह सुजानhttp://openbooks.ning.com/profile/2fvsz8v20bb3q
<p><strong>समर कबीर साहब बहुत बहुत शुक्रिया जनाब ।</strong></p>
<p></p>
<p><strong>आपने ठीक ध्यान दिलाया है ।यह एडिट हो जाएगा </strong></p>
<p><strong>समर कबीर साहब बहुत बहुत शुक्रिया जनाब ।</strong></p>
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<p><strong>आपने ठीक ध्यान दिलाया है ।यह एडिट हो जाएगा </strong></p> जनाब सूबे सिंह सुजान जी आदाब,…tag:openbooks.ning.com,2020-05-04:5170231:Comment:10056732020-05-04T09:38:02.148ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब सूबे सिंह सुजान जी आदाब, ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है, बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p></p>
<p><span>'कैसी हो ज़िन्दगी बताओ तुम?</span><br/><span>तेरे ग़म में उबल रहा हूँ मैं'</span></p>
<p><span>इस शैर में शुतरगुरबा दोष है,ऊला यूँ कर लें तो दोष निकल जाएगा:-</span></p>
<p><span>'कैसी है ज़िन्दगी बता मुझको'</span></p>
<p>जनाब सूबे सिंह सुजान जी आदाब, ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है, बधाई स्वीकार करें ।</p>
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<p><span>'कैसी हो ज़िन्दगी बताओ तुम?</span><br/><span>तेरे ग़म में उबल रहा हूँ मैं'</span></p>
<p><span>इस शैर में शुतरगुरबा दोष है,ऊला यूँ कर लें तो दोष निकल जाएगा:-</span></p>
<p><span>'कैसी है ज़िन्दगी बता मुझको'</span></p>