Comments - रंगों के घन खूब उड़ायें - लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' (गजल) - Open Books Online2024-03-28T23:17:50Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1002138&xn_auth=noआ. भाई समर जी, सादर अभिवादन औ…tag:openbooks.ning.com,2020-03-12:5170231:Comment:10020002020-03-12T01:25:18.478Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन और आभार ।</p>
<p>आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन और आभार ।</p> आ..भाई विजय निकोर जी, सादर अभ…tag:openbooks.ning.com,2020-03-12:5170231:Comment:10020692020-03-12T01:24:31.868Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ..भाई विजय निकोर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति और सराहना के लिए हार्दिक धन्यवाद ।</p>
<p>आ..भाई विजय निकोर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति और सराहना के लिए हार्दिक धन्यवाद ।</p> //
जीवन में रंगत हो सब के संद…tag:openbooks.ning.com,2020-03-11:5170231:Comment:10019972020-03-11T09:28:28.893ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>//</p>
<p><span>जीवन में रंगत हो सब के संदेश हमें दे होली//</span></p>
<p><span>ये मिसरा ठीक है ।</span></p>
<p>//</p>
<p><span>जीवन में रंगत हो सब के संदेश हमें दे होली//</span></p>
<p><span>ये मिसरा ठीक है ।</span></p> अच्छी गज़ल कही है। हार्दिक बधा…tag:openbooks.ning.com,2020-03-11:5170231:Comment:10020602020-03-11T07:24:39.466Zvijay nikorehttp://openbooks.ning.com/profile/vijaynikore
<p>अच्छी गज़ल कही है। हार्दिक बधाई, मित्र लक्ष्मण जी।</p>
<p>अच्छी गज़ल कही है। हार्दिक बधाई, मित्र लक्ष्मण जी।</p> आ. भाई समर कबीर जी, सादर अभिव…tag:openbooks.ning.com,2020-03-11:5170231:Comment:10021522020-03-11T07:16:20.200Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई समर कबीर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति, उत्साहवर्धन और मार्गदर्शन के लिए आभार । </p>
<p>इंगित मिसरे को यूँ किया है देखियेगा</p>
<p></p>
<p><span>'जीवन में रंगत हो सब के संदेश हमें दे होली '</span></p>
<p></p>
<p>आ. भाई समर कबीर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति, उत्साहवर्धन और मार्गदर्शन के लिए आभार । </p>
<p>इंगित मिसरे को यूँ किया है देखियेगा</p>
<p></p>
<p><span>'जीवन में रंगत हो सब के संदेश हमें दे होली '</span></p>
<p></p> जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' ज…tag:openbooks.ning.com,2020-03-11:5170231:Comment:10020532020-03-11T02:11:55.267ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' जी आदाब,होली के संदर्भ में ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p></p>
<p><span>'जीवन में रंगत हो सब के संदेश यही है होली का'</span></p>
<p><span>इस मिसरे की बह्र चेक कर लें ।</span></p>
<p><span>आपको भी रंगोत्सव की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ ।</span></p>
<p>जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' जी आदाब,होली के संदर्भ में ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p></p>
<p><span>'जीवन में रंगत हो सब के संदेश यही है होली का'</span></p>
<p><span>इस मिसरे की बह्र चेक कर लें ।</span></p>
<p><span>आपको भी रंगोत्सव की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ ।</span></p> आ. भाई रवि जी, उत्साहवर्धन के…tag:openbooks.ning.com,2020-03-10:5170231:Comment:10020482020-03-10T11:21:59.463Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई रवि जी, उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक धन्यवाद । साथ ही पावन पर्व होली की हार्दिक शुभकामनाए</p>
<p>आ. भाई रवि जी, उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक धन्यवाद । साथ ही पावन पर्व होली की हार्दिक शुभकामनाए</p> आदरणीय लक्ष्मण भाई, आप को इस…tag:openbooks.ning.com,2020-03-10:5170231:Comment:10020432020-03-10T06:52:26.255Zरवि भसीन 'शाहिद'http://openbooks.ning.com/profile/RaviBhasin
<p>आदरणीय लक्ष्मण भाई, आप को इस रचना पर हार्दिक बधाई और होली की ढेरों शुभकामनाएँ।</p>
<p>आदरणीय लक्ष्मण भाई, आप को इस रचना पर हार्दिक बधाई और होली की ढेरों शुभकामनाएँ।</p>