काश कोई होता जिसपे मेरा अधिकार होता!
काश कोई होता जिसको मुझसे भी प्यार होता!
जिसके बिन मेरा जीवन पतझड़ सा ही सूना है!
पास है मेरे सबकुछ पर वो नहीं तो फिर क्या है!
पतझड़ से सूने जीवन में बनकर बहार होता!
काश कोई होता जिसको मुझसे भी प्यार होता!
प्रेम कहानी, गीत-गज़ल मन को रास नहीं आते!
प्रेम-प्रणय, श्रींगार-भाव मन को अतिशय तड़पाते!
बस मेरी खातिर ही जिसका सारा श्रींगार होता!
काश कोई होता जिसको मुझ…