मीठे वादे दे रही, जनता को सरकार । गली-गली में हो रहा, वादों का व्यापार ।1।
जीवन भर नेता करे, बस कुर्सी से प्यार । वादों के व्यापार में, पलता भ्रष्टाचार ।2।
जनता को ही लूटती,जनता की सरकार । जम कर देखो हो रहा, वादों का व्यापार ।3।
जनता जाने झूठ है, नेता की हर बात । झूठे वादों को मगर, माने वो सौगात ।4।
भाषण में है दक्ष जो ,नेता वही महान । वादों से वो भूख का, करता सदा निदान ।5।
सुशील सरना / 17-…