"OBO लाइव महा उत्सव" अंक २० ( Now closed with 1007 Replies ) - Open Books Online2024-03-29T11:08:50Zhttp://openbooks.ning.com/forum/topics/maha20?commentId=5170231%3AComment%3A236292&feed=yes&xn_auth=noबहुत खूब आदरणीय आदित्य जी...…tag:openbooks.ning.com,2012-06-10:5170231:Comment:2364672012-06-10T18:28:53.638Zधर्मेन्द्र शर्माhttp://openbooks.ning.com/profile/Dharam
<p>बहुत खूब आदरणीय आदित्य जी... हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>बहुत खूब आदरणीय आदित्य जी... हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये</p> संजय जी, समयाभाव में बस इतना…tag:openbooks.ning.com,2012-06-10:5170231:Comment:2365412012-06-10T18:28:49.001Zअरुण कुमार निगमhttp://openbooks.ning.com/profile/arunkumarnigam
<p>संजय जी, समयाभाव में बस इतना ही.....बेहतरीन सधी हुई कुंडलिया, वाह</p>
<p>संजय जी, समयाभाव में बस इतना ही.....बेहतरीन सधी हुई कुंडलिया, वाह</p> भाई जी ने हैं रचे, क्या ही उत…tag:openbooks.ning.com,2012-06-10:5170231:Comment:2366262012-06-10T18:28:47.960ZEr. Ambarish Srivastavahttp://openbooks.ning.com/profile/AmbarishSrivastava
<p>भाई जी ने हैं रचे, क्या ही उत्तम भाव.</p>
<p>बहुत बधाई हो इन्हें, इनका अमित प्रभाव.</p>
<p>इनका अमित प्रभाव, गज़ब हैं छंद सभी ये.</p>
<p>अगर शिल्प पर ध्यान, जरा दें अति चमकें ये .</p>
<p>अम्बरीष के मित्र, मिले जल महिमा गाई .</p>
<p>जुग जुग जीयें यार , मेरे धर्मेंदर भाई ..</p>
<p></p>
<p>भाई जी ने हैं रचे, क्या ही उत्तम भाव.</p>
<p>बहुत बधाई हो इन्हें, इनका अमित प्रभाव.</p>
<p>इनका अमित प्रभाव, गज़ब हैं छंद सभी ये.</p>
<p>अगर शिल्प पर ध्यान, जरा दें अति चमकें ये .</p>
<p>अम्बरीष के मित्र, मिले जल महिमा गाई .</p>
<p>जुग जुग जीयें यार , मेरे धर्मेंदर भाई ..</p>
<p></p> बहुत उम्दा आदरणीय सतीश जी. हा…tag:openbooks.ning.com,2012-06-10:5170231:Comment:2366252012-06-10T18:27:46.106Zधर्मेन्द्र शर्माhttp://openbooks.ning.com/profile/Dharam
<p>बहुत उम्दा आदरणीय सतीश जी. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये.</p>
<p>बहुत उम्दा आदरणीय सतीश जी. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये.</p> आदरणीय लक्ष्मण प्रसाद जी, बहु…tag:openbooks.ning.com,2012-06-10:5170231:Comment:2364032012-06-10T18:26:57.107Zधर्मेन्द्र शर्माhttp://openbooks.ning.com/profile/Dharam
<p>आदरणीय लक्ष्मण प्रसाद जी, बहुत ही प्रभावी रचना है आपकी. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>आदरणीय लक्ष्मण प्रसाद जी, बहुत ही प्रभावी रचना है आपकी. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये</p> बहुत उम्दा रचना है आदरणीय डॉ.…tag:openbooks.ning.com,2012-06-10:5170231:Comment:2364662012-06-10T18:25:50.139Zधर्मेन्द्र शर्माhttp://openbooks.ning.com/profile/Dharam
<p>बहुत उम्दा रचना है आदरणीय डॉ. सूर्या बाली जी..हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>बहुत उम्दा रचना है आदरणीय डॉ. सूर्या बाली जी..हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये</p> मेरी तीसरी प्रस्तुति......
क…tag:openbooks.ning.com,2012-06-10:5170231:Comment:2364022012-06-10T18:25:31.318Zअरुण कुमार निगमhttp://openbooks.ning.com/profile/arunkumarnigam
<p><strong>मेरी तीसरी प्रस्तुति......</strong></p>
<p><br></br> <strong>कुण्डलिया</strong></p>
<p><br></br> <strong>तू गंगा की मौज है , मैं जमुना की धार</strong><br></br> <strong>अमर रहेगा कब तलक ,तेरा मेरा प्यार</strong><br></br> <strong>तेरा मेरा प्यार , बड़ा बेदर्द जमाना</strong><br></br> <strong>जल होता अनमोल ,जहां में किसने जाना</strong><br></br> <strong>आती मुझको याद, बहुत ही सारंगा की</strong><br></br> <strong>मैं जमुना की धार, मौज है तू गंगा की ||</strong></p>
<p><br></br> <strong>अरुण कुमार निगम…</strong><br></br></p>
<p><strong>मेरी तीसरी प्रस्तुति......</strong></p>
<p><br/> <strong>कुण्डलिया</strong></p>
<p><br/> <strong>तू गंगा की मौज है , मैं जमुना की धार</strong><br/> <strong>अमर रहेगा कब तलक ,तेरा मेरा प्यार</strong><br/> <strong>तेरा मेरा प्यार , बड़ा बेदर्द जमाना</strong><br/> <strong>जल होता अनमोल ,जहां में किसने जाना</strong><br/> <strong>आती मुझको याद, बहुत ही सारंगा की</strong><br/> <strong>मैं जमुना की धार, मौज है तू गंगा की ||</strong></p>
<p><br/> <strong>अरुण कुमार निगम</strong><br/> <strong>आदित्य नगर, दुर्ग (छत्तीसगढ़)</strong><br/> <strong>विजय नगर, जबलपुर (मध्य प्रदेश)</strong></p> aabhar Laxmi Prasad Ladiwal j…tag:openbooks.ning.com,2012-06-10:5170231:Comment:2365402012-06-10T18:25:12.210ZAVINASH S BAGDEhttp://openbooks.ning.com/profile/AVINASHSBAGDE
<p>aabhar Laxmi Prasad Ladiwal ji.</p>
<p></p>
<p>aabhar Laxmi Prasad Ladiwal ji.</p>
<p></p> बहुत बढ़िया प्रयास है आदरणीया…tag:openbooks.ning.com,2012-06-10:5170231:Comment:2365392012-06-10T18:24:48.444Zधर्मेन्द्र शर्माhttp://openbooks.ning.com/profile/Dharam
<p>बहुत बढ़िया प्रयास है आदरणीया रेखा जी...बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>बहुत बढ़िया प्रयास है आदरणीया रेखा जी...बधाई स्वीकार कीजिये</p> बहुत उम्दा भाव है आदरणीय इस र…tag:openbooks.ning.com,2012-06-10:5170231:Comment:2365382012-06-10T18:23:54.338Zधर्मेन्द्र शर्माhttp://openbooks.ning.com/profile/Dharam
<p>बहुत उम्दा भाव है आदरणीय इस रचना में. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>बहुत उम्दा भाव है आदरणीय इस रचना में. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये</p>