"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-88 (विषय: 'संतान) - Open Books Online2024-03-29T11:45:16Zhttp://openbooks.ning.com/forum/topics/88-2?commentId=5170231%3AComment%3A1087712&feed=yes&xn_auth=noआज की गोष्ठी में भी सहभागी सा…tag:openbooks.ning.com,2022-07-31:5170231:Comment:10876302022-07-31T18:36:34.534ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>आज की गोष्ठी में भी सहभागी साथियों से व टिप्पणियों से बहुत कुछ सीखने को मिला। हार्दिक धन्यवाद। विउअर्ज़ को भी हार्दिक धन्यवाद। शुभरात्रि।</p>
<p>आज की गोष्ठी में भी सहभागी साथियों से व टिप्पणियों से बहुत कुछ सीखने को मिला। हार्दिक धन्यवाद। विउअर्ज़ को भी हार्दिक धन्यवाद। शुभरात्रि।</p> आपका आभार आदरणीयtag:openbooks.ning.com,2022-07-31:5170231:Comment:10874692022-07-31T17:30:56.644ZDr.Anita Kapoorhttp://openbooks.ning.com/profile/DrAnitaKapoor
<p><span>आपका आभार आदरणीय</span></p>
<p><span>आपका आभार आदरणीय</span></p> आपका आभार आदरणीय आपकी सलाह अन…tag:openbooks.ning.com,2022-07-31:5170231:Comment:10877172022-07-31T17:30:28.791ZDr.Anita Kapoorhttp://openbooks.ning.com/profile/DrAnitaKapoor
<p><span>आपका आभार आदरणीय आपकी सलाह अनुकरणीय है।</span></p>
<p><span>आपका आभार आदरणीय आपकी सलाह अनुकरणीय है।</span></p> वाह! बहुत ही भावपूर्ण लघुकथा tag:openbooks.ning.com,2022-07-31:5170231:Comment:10877162022-07-31T17:26:53.307ZDr.Anita Kapoorhttp://openbooks.ning.com/profile/DrAnitaKapoor
<p><span>वाह! बहुत ही भावपूर्ण लघुकथा </span></p>
<p><span>वाह! बहुत ही भावपूर्ण लघुकथा </span></p> मानवता पर विमर्श व चिंतन करात…tag:openbooks.ning.com,2022-07-31:5170231:Comment:10875392022-07-31T17:22:27.190ZDr.Anita Kapoorhttp://openbooks.ning.com/profile/DrAnitaKapoor
<p><span>मानवता पर विमर्श व चिंतन कराती लघुकथा हेतु हार्दिक बधाई आदरणीय तेजवीर सिंह जी।</span></p>
<p><span>मानवता पर विमर्श व चिंतन कराती लघुकथा हेतु हार्दिक बधाई आदरणीय तेजवीर सिंह जी।</span></p> कोरोना ने बहुत सबक दिये हैं।अ…tag:openbooks.ning.com,2022-07-31:5170231:Comment:10874682022-07-31T17:04:21.135Zpratibha pandehttp://openbooks.ning.com/profile/pratibhapande
<p>कोरोना ने बहुत सबक दिये हैं।अच्छी लघुकथा है आदरणीया। हार्दिक बधाई</p>
<p>कोरोना ने बहुत सबक दिये हैं।अच्छी लघुकथा है आदरणीया। हार्दिक बधाई</p> आदाब। कोरोनाकालीन अनुभूतियों…tag:openbooks.ning.com,2022-07-31:5170231:Comment:10877152022-07-31T17:02:30.099ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p style="text-align: left;">आदाब। कोरोनाकालीन अनुभूतियों और संवेदनाओं को उभारती रचना के बढ़िया प्रयास हेतु हार्दिक बधाई मुहतरमा डॉ. अनीता कपूर साहिबा। टंकण में सावधानी रखनी होगी। घटनाओं के.कहानीनुमा वर्णन के बजाए संवादों का समावेश किया जा सकता है।</p>
<p style="text-align: left;">आदाब। कोरोनाकालीन अनुभूतियों और संवेदनाओं को उभारती रचना के बढ़िया प्रयास हेतु हार्दिक बधाई मुहतरमा डॉ. अनीता कपूर साहिबा। टंकण में सावधानी रखनी होगी। घटनाओं के.कहानीनुमा वर्णन के बजाए संवादों का समावेश किया जा सकता है।</p> आदाब। विषयांतर्गत बेटियों से…tag:openbooks.ning.com,2022-07-31:5170231:Comment:10877142022-07-31T16:57:36.754ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>आदाब। विषयांतर्गत बेटियों से संबंधित विमर्श पर बढ़िया रचनाहेतु हार्दिक बधाई जनाब मोहन जी।रचना में प्रवाह बाधित सा लगाजैसे कि कम समय में रचना तैयार की हो।</p>
<p>आदाब। विषयांतर्गत बेटियों से संबंधित विमर्श पर बढ़िया रचनाहेतु हार्दिक बधाई जनाब मोहन जी।रचना में प्रवाह बाधित सा लगाजैसे कि कम समय में रचना तैयार की हो।</p> आदाब। हार्दिक धन्यवाद आदरणीय…tag:openbooks.ning.com,2022-07-31:5170231:Comment:10876292022-07-31T16:53:24.705ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>आदाब। हार्दिक धन्यवाद आदरणीय तेजवीर सिंह जी।</p>
<p>आदाब। हार्दिक धन्यवाद आदरणीय तेजवीर सिंह जी।</p> जी, धन्यवाद।tag:openbooks.ning.com,2022-07-31:5170231:Comment:10877132022-07-31T16:52:49.519ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>जी, धन्यवाद।</p>
<p>जी, धन्यवाद।</p>