होली मनाएं हम (प्रदीप कुमार सिंह कुशवाहा) - Open Books Online2024-03-28T22:28:11Zhttp://openbooks.ning.com/forum/topics/5170231:Topic:521823?commentId=5170231%3AComment%3A528982&x=1&feed=yes&xn_auth=noस्नेही वन्दना जी
सादर
आपने…tag:openbooks.ning.com,2014-04-10:5170231:Comment:5289822014-04-10T06:58:57.446ZPRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHAhttp://openbooks.ning.com/profile/PRADEEPKUMARSINGHKUSHWAHA
<p>स्नेही वन्दना जी </p>
<p>सादर </p>
<p>आपने होली की व्यस्तता के मध्य इसे पढ़ा आभार. </p>
<p>आशा है अगली बार कुछ लाभ होगा समाज को </p>
<p>जय हो मंगलमय हो </p>
<p>स्नेही वन्दना जी </p>
<p>सादर </p>
<p>आपने होली की व्यस्तता के मध्य इसे पढ़ा आभार. </p>
<p>आशा है अगली बार कुछ लाभ होगा समाज को </p>
<p>जय हो मंगलमय हो </p> आदरणीय कुशवाहा सर:
आपका यह सा…tag:openbooks.ning.com,2014-03-24:5170231:Comment:5235772014-03-24T16:17:35.674ZVindu Babuhttp://openbooks.ning.com/profile/vandanatiwari
आदरणीय कुशवाहा सर:<br />
आपका यह सार्थक लेख होली वाले दिन ही मैंने पढ़ा था...बड़ा सुकून मिला आपकी शुभकामनाओं के साथ इस तरह की प्रेरणादायक विचारों को पढ़कर.<br />
<br />
सच में आवश्यकता है आज इस तरह की प्रयासों की,खासकर ग्रामांचलों में,जहां लोग समझते हैं कि किसी अवसर का पूर्ण आनन्द नशे की हालत में ही लिया जा सकता है.<br />
<br />
शराब विभिन्न कुकर्मों को जन्म देती हुई समाज को असहनीय दुष्परिणामों तक पहुंचाती है.<br />
जहां तक मेरा अनुभव है...मादक पदार्थों का सेवन करने वाला लगभग हर व्यक्ति इसके दुष्परिणामों को भली-भांति जानता है,अपने…
आदरणीय कुशवाहा सर:<br />
आपका यह सार्थक लेख होली वाले दिन ही मैंने पढ़ा था...बड़ा सुकून मिला आपकी शुभकामनाओं के साथ इस तरह की प्रेरणादायक विचारों को पढ़कर.<br />
<br />
सच में आवश्यकता है आज इस तरह की प्रयासों की,खासकर ग्रामांचलों में,जहां लोग समझते हैं कि किसी अवसर का पूर्ण आनन्द नशे की हालत में ही लिया जा सकता है.<br />
<br />
शराब विभिन्न कुकर्मों को जन्म देती हुई समाज को असहनीय दुष्परिणामों तक पहुंचाती है.<br />
जहां तक मेरा अनुभव है...मादक पदार्थों का सेवन करने वाला लगभग हर व्यक्ति इसके दुष्परिणामों को भली-भांति जानता है,अपने ही माध्यम से या अपने की सम्बन्धी के माध्यम से,फिर भी पता नहीं क्यों इससे दूर रहना उसे स्वीकार्य क्यों नहीं होता!<br />
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3-3 क्या आदरणीय,यदि एक व्यक्ति एक ही व्यक्ति को दिशा देने का प्रयास करे,और सफल हो तब भी बड़ी सफलता होगी.<br />
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आपको बहुत धन्यवाद इस आन्तरिक समस्या को उजागर करने लिए और निदान के प्रयास हेतु प्रेरित करने के लिए.<br />
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हम त्योहार और दिन-प्रतिदिन की खुशहाली और शान्ति की मंगलकामना करते हैं.<br />
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सादर<br />
शुभ शुभ