ओ बी ओ पुरस्कार योजनाओं के सम्बन्ध में सूचना - Open Books Online2024-03-29T11:17:00Zhttp://openbooks.ning.com/forum/topics/5170231:Topic:439214?feed=yes&xn_auth=noओ बी ओ की टीम नगद राशी के लिए…tag:openbooks.ning.com,2014-01-15:5170231:Comment:5001352014-01-15T14:10:52.594Zanwar suhailhttp://openbooks.ning.com/profile/anwarsuhail
<p>ओ बी ओ की टीम नगद राशी के लिए परेशां न हों...ज़रूरी है कि कवी की तस्वीर इसी तरह प्रकाशित करें...यह किसी प्रमाण पत्र से कम नही है...प्रशस्ति पत्र की भी ज़रूरत नही है...महीने के श्रेष्ठ कवी की तस्वीर एक माह तक दिखती रहे...इससे बड़ा पुरस्कार और क्या हो सकता है...सादर </p>
<p>ओ बी ओ की टीम नगद राशी के लिए परेशां न हों...ज़रूरी है कि कवी की तस्वीर इसी तरह प्रकाशित करें...यह किसी प्रमाण पत्र से कम नही है...प्रशस्ति पत्र की भी ज़रूरत नही है...महीने के श्रेष्ठ कवी की तस्वीर एक माह तक दिखती रहे...इससे बड़ा पुरस्कार और क्या हो सकता है...सादर </p> रचनाकार को प्रोत्साहन के सन्द…tag:openbooks.ning.com,2014-01-02:5170231:Comment:4951852014-01-02T04:13:32.631ZAbhinav Arunhttp://openbooks.ning.com/profile/ArunKumarPandeyAbhinav
रचनाकार को प्रोत्साहन के सन्दर्भ में सम्मान महत्वपूर्ण है , वह जारी रखने हेतु प्रबंधन के प्रति हार्दिक आभार , पुरस्कार राशि के सन्दर्भ में किसी को भी सोच समझकर ही प्रस्ताव करना चाहिए ..यह सदस्य की गंभीरता का भी द्योतक है और मंच की गरिमा का भी ...आ. लक्ष्मण जी के दिये सदृश सुझावों पर हम पूर्व में भी चर्चा कर चुके हैं ... समय आने पर ऐसा किया जा सकता है !
रचनाकार को प्रोत्साहन के सन्दर्भ में सम्मान महत्वपूर्ण है , वह जारी रखने हेतु प्रबंधन के प्रति हार्दिक आभार , पुरस्कार राशि के सन्दर्भ में किसी को भी सोच समझकर ही प्रस्ताव करना चाहिए ..यह सदस्य की गंभीरता का भी द्योतक है और मंच की गरिमा का भी ...आ. लक्ष्मण जी के दिये सदृश सुझावों पर हम पूर्व में भी चर्चा कर चुके हैं ... समय आने पर ऐसा किया जा सकता है ! वस्तुतः सम्मान में धनराशि का…tag:openbooks.ning.com,2014-01-02:5170231:Comment:4953242014-01-02T02:55:50.536Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>वस्तुतः सम्मान में धनराशि का कोई महत्वपूर्ण स्थान नहीं . फिर भी पुरष्कार राशि के सन्दर्भ में मेरा सुझाव यह है कि ओ बी ओ के सदस्यगण ही मिलकर एक कोष का निर्माण कर लें . अगर प्रतेक सदस्य महज १०० रुपये मात्र का भी सहयोग सहृदयता से करना चाहे तो संस्था के पास अपर राशि होगी . साथ ही प्रायोजक मिलने पर सोने में सुहागा तो रहेगा ही .</p>
<p>वस्तुतः सम्मान में धनराशि का कोई महत्वपूर्ण स्थान नहीं . फिर भी पुरष्कार राशि के सन्दर्भ में मेरा सुझाव यह है कि ओ बी ओ के सदस्यगण ही मिलकर एक कोष का निर्माण कर लें . अगर प्रतेक सदस्य महज १०० रुपये मात्र का भी सहयोग सहृदयता से करना चाहे तो संस्था के पास अपर राशि होगी . साथ ही प्रायोजक मिलने पर सोने में सुहागा तो रहेगा ही .</p> स्वागत योग्य निर्णय आदरणीय प्…tag:openbooks.ning.com,2014-01-02:5170231:Comment:4951632014-01-02T01:13:59.596Zvandanahttp://openbooks.ning.com/profile/vandana956
<p>स्वागत योग्य निर्णय आदरणीय प्रबन्धन समूह का </p>
<p>वैसे तो ओ बी ओ मंच के मुख्य पृष्ठ पर एक माह तक रचनाकार का दिखाई देना ही विशिष्ट अनुभव है </p>
<p>स्वागत योग्य निर्णय आदरणीय प्रबन्धन समूह का </p>
<p>वैसे तो ओ बी ओ मंच के मुख्य पृष्ठ पर एक माह तक रचनाकार का दिखाई देना ही विशिष्ट अनुभव है </p> स्वागत योग्य कदम!tag:openbooks.ning.com,2014-01-01:5170231:Comment:4954112014-01-01T18:15:15.470Zबृजेश नीरजhttp://openbooks.ning.com/profile/BrijeshKumarSingh
<p>स्वागत योग्य कदम!</p>
<p>स्वागत योग्य कदम!</p> स्वागत योग्य कदम! प्रबंधन द्व…tag:openbooks.ning.com,2014-01-01:5170231:Comment:4953142014-01-01T18:14:32.698Zबृजेश नीरजhttp://openbooks.ning.com/profile/BrijeshKumarSingh
<p>स्वागत योग्य कदम! प्रबंधन द्वारा उठाया गया कदम प्रशंसनीय है!</p>
<p>स्वागत योग्य कदम! प्रबंधन द्वारा उठाया गया कदम प्रशंसनीय है!</p> प्रबंधन का सुन्दर और स्वागत य…tag:openbooks.ning.com,2014-01-01:5170231:Comment:4952082014-01-01T14:12:25.327Zलक्ष्मण रामानुज लडीवालाhttp://openbooks.ning.com/profile/LaxmanPrasadLadiwala
<p>प्रबंधन का सुन्दर और स्वागत योग्य निर्णय | </p>
<p>प्रबंधन का सुन्दर और स्वागत योग्य निर्णय | </p> आदरणीय सदस्यगण,
इस पोस्ट पर क…tag:openbooks.ning.com,2013-12-31:5170231:Comment:4947562013-12-31T18:30:36.656ZAdminhttp://openbooks.ning.com/profile/Admin
<p><span style="font-size: 13px;">आदरणीय सदस्यगण,</span></p>
<p>इस पोस्ट पर काफी चर्चा हो चूकी है. अब समय आ गया है कि इस सम्बन्ध में प्रबंधन स्तर से अंतिम निर्णय ले लिया जाय और इसकी आधिकारिक घोषणा हो. निर्णय साझा करने से पहले कर्तव्य यह बनता है कि कुछ आवश्यक बातें सबके साथ साझा की जायँ.<br></br><br></br>इसी चर्चा में वर्त्तमान पृष्ठ ३ पर आदरणीय अलबेला खत्री जी ने बहुत ही सराहनीय कदम उठाते हुए जनवरी २०१४ से दिसंबर २०१४ तक के लिए पुरस्कार राशि को वहन करने के ऊपर सहमति प्रदान करते हुए आवश्यक चेक भेजने की…</p>
<p><span style="font-size: 13px;">आदरणीय सदस्यगण,</span></p>
<p>इस पोस्ट पर काफी चर्चा हो चूकी है. अब समय आ गया है कि इस सम्बन्ध में प्रबंधन स्तर से अंतिम निर्णय ले लिया जाय और इसकी आधिकारिक घोषणा हो. निर्णय साझा करने से पहले कर्तव्य यह बनता है कि कुछ आवश्यक बातें सबके साथ साझा की जायँ.<br/><br/>इसी चर्चा में वर्त्तमान पृष्ठ ३ पर आदरणीय अलबेला खत्री जी ने बहुत ही सराहनीय कदम उठाते हुए जनवरी २०१४ से दिसंबर २०१४ तक के लिए पुरस्कार राशि को वहन करने के ऊपर सहमति प्रदान करते हुए आवश्यक चेक भेजने की घोषणा कर दी थी. इसपर प्रबंधन द्वारा इस घोषणा का स्वागत करते हुए अलग से मेल भेज कर पुरस्कार राशि को भेजने की बात की गयी. जिसपर उनके द्वारा समय बढ़ाते हुए अंतिम रूप से ७ जनवरी-१४ को किश्तवार राशि भेजने की बात की गयी.<br/> हालाकि उनके द्वारा यह भी कहा गया था कि ओ बी ओ इस निमित्त घोषणा कर दे और निर्धारित राशि समय से भेज दी जायेगी.<br/><br/>किन्तु पूर्व के अनुभवों के आधार पर बगैर राशि प्राप्त किये तदनुरूप घोषणा करना प्रबंधन को उचित नहीं लगा. अचानक आज सुबह आदरणीय अलबेलाजी "मुझे यह मामला स्थगित करना पड़ेगा" कह कर अपनी पूर्व सहमति से मुकर गए.<br/> संक्षेप में इतना ही कहना अधिक होगा.<br/>हाँ, यदि आवश्यक जान पड़ा तो मेल की संपूर्ण शृंखला पटल पर रखी जायेगी.<br/><br/>इस टिप्प्णी के माध्यम से इतना अवश्य साझा करना है कि जो सदस्य या प्रायोजक प्रयोजन अथवा विज्ञापन देने हेतु प्रस्ताव रखते हैं, उनसे प्रबन्धन नम्रता पूर्वक अनुरोध करता है कि ओबीओ प्रबन्धन नेक साहित्यिक कार्य में जिस गम्भीरता से जुड़ा है, आप भी कृपया गम्भीरतापूर्वक ही प्रस्ताव आदि की घोषणा किया करें या करवाया करें. ताकि दोनो इकाइयाँ किसी किंकर्तव्यविमूढ़ता की स्थिति से बच सके.</p>
<div class="im"><br/><br/>आप सभी सदस्यो के विचारों का स्वागत करते हुए ओ बी ओ प्रबंधन जनवरी २०१४ के प्रभाव से यह निर्णय करता है कि..........</div>
<div class="im"></div>
<p>१- उक्त दोनों सम्मान यथा "महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना" और "महीने का सक्रिय सदस्य" सम्मान पूर्व की तरह यथावत चलते रहेंगे.<br/> २- नगद पुरस्कार प्रायोजक उपलब्ध न होने तक नहीं दिया जायेगा,<br/>३- प्रशस्ति पत्र भौतिक रूप में डाक द्वारा भेजा जायेगा.</p>
<p></p> आदरणीया वंदना जी आपका सुझाव ब…tag:openbooks.ning.com,2013-12-27:5170231:Comment:4927632013-12-27T14:25:40.951Zशिज्जु "शकूर"http://openbooks.ning.com/profile/ShijjuS
<p>आदरणीया वंदना जी आपका सुझाव बहुत अच्छा है, प्रबंधन समिति से अनुरोध है कि इस सुझाव पर एक बार विचार करें,</p>
<p>आदरणीया वंदना जी आपका सुझाव बहुत अच्छा है, प्रबंधन समिति से अनुरोध है कि इस सुझाव पर एक बार विचार करें,</p> आदरणीय सभी सुधिजनो को प्रणाम…tag:openbooks.ning.com,2013-12-16:5170231:Comment:4878302013-12-16T07:13:24.388Zshashi purwarhttp://openbooks.ning.com/profile/shashipurwar
<p>आदरणीय सभी सुधिजनो को प्रणाम ,</p>
<p>बहुत दिनों बाद अपने इस परिवार में आना हुआ है तो यह चर्चा देखी , प्रायोजक आगे भी मिल सकते है , यह महत्व्पूर्ण नहीं कि नगद पुरस्कार दिया जाये , महत्वपूर्ण यह है कि सभी प्रतियोगिताए सुचारु रूप से उसी प्रकार जारी रहे जैसे रहती है , इस मंच को स्नेह और अपनेपन ने ज्यादा बांधा है , रचनाओ को जब पुरस्कृत किया जाता है तो उसके पीछे सिर्फ यही भावना रहती है कि सभी लेखन की गुणवत्ता बढ़ती जाये , यह सिखने सिखाने का सबसे सुन्दर मंच है और अपने परिवार को पीड़ा की डगर से…</p>
<p>आदरणीय सभी सुधिजनो को प्रणाम ,</p>
<p>बहुत दिनों बाद अपने इस परिवार में आना हुआ है तो यह चर्चा देखी , प्रायोजक आगे भी मिल सकते है , यह महत्व्पूर्ण नहीं कि नगद पुरस्कार दिया जाये , महत्वपूर्ण यह है कि सभी प्रतियोगिताए सुचारु रूप से उसी प्रकार जारी रहे जैसे रहती है , इस मंच को स्नेह और अपनेपन ने ज्यादा बांधा है , रचनाओ को जब पुरस्कृत किया जाता है तो उसके पीछे सिर्फ यही भावना रहती है कि सभी लेखन की गुणवत्ता बढ़ती जाये , यह सिखने सिखाने का सबसे सुन्दर मंच है और अपने परिवार को पीड़ा की डगर से गुजरते देखकर स्व्यं को रोक नहीं सकी। महीने के यह ३ आयोजन तो उत्सव की तरह है , जिसका इन्तजार शायद सभी सदस्य करते है और नए नए मापदंड सदैव कायम होते है। रचनाओ के विजेता की घोषणा जरुर की जाये , इससे कलम को बहुत प्रोत्साहन मिलता है और मै भी वंदना जी की बात से सहमत हूँ। .......... जो स्नेह और अपनापन और उत्साह है परिवार में वह कम नहीं होना चाहिए। अब से मै भी कोशिश करुँगी सभी आयोजन की प्रतिभागी बन सकूँ।</p>