ओ.बी.ओ. लखनऊ चैप्टर की मासिक काव्य-गोष्ठी - अप्रैल 2014, एक प्रतिवेदन - Open Books Online2024-03-29T02:18:41Zhttp://openbooks.ning.com/forum/topics/2014-1?commentId=5170231%3AComment%3A537200&feed=yes&xn_auth=noवाह बहुत सुन्दर .... ऐसे कार्…tag:openbooks.ning.com,2014-05-30:5170231:Comment:5451742014-05-30T00:13:06.556Zvandanahttp://openbooks.ning.com/profile/vandana956
<p>वाह बहुत सुन्दर .... ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता अक्षुण्ण बनी रहे यही कामना है </p>
<p>वाह बहुत सुन्दर .... ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता अक्षुण्ण बनी रहे यही कामना है </p> डॉक्टर आशुतोष साहब, आप ओबीओ क…tag:openbooks.ning.com,2014-05-28:5170231:Comment:5451262014-05-28T15:52:24.705ZSaurabh Pandeyhttp://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>डॉक्टर आशुतोष साहब, आप ओबीओ के इवेण्ट्स पर हमेशा नज़र बनाये रखें. लखनऊ चैप्टर का आयोजन प्रति माह बारी-बारी से कानपुर और लखनऊ में होता है.</p>
<p>सादर</p>
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<p>डॉक्टर आशुतोष साहब, आप ओबीओ के इवेण्ट्स पर हमेशा नज़र बनाये रखें. लखनऊ चैप्टर का आयोजन प्रति माह बारी-बारी से कानपुर और लखनऊ में होता है.</p>
<p>सादर</p>
<p> </p> आदरणीय आशुतोष जी, बहुत खुशी ह…tag:openbooks.ning.com,2014-05-28:5170231:Comment:5452082014-05-28T14:53:18.112Zcoontee mukerjihttp://openbooks.ning.com/profile/coonteemukerji
<p>आदरणीय आशुतोष जी, बहुत खुशी हुई कि आपने लखनऊ चैप्टर की रिपोर्ट पढ़ी और अपनी दिलचस्पी भी दिखलायी.हर महिने में OBO events में निमंत्रण आता है.आपका स्वागत रहेगा. बहुत बहुत धन्यवाद.</p>
<p>आदरणीय आशुतोष जी, बहुत खुशी हुई कि आपने लखनऊ चैप्टर की रिपोर्ट पढ़ी और अपनी दिलचस्पी भी दिखलायी.हर महिने में OBO events में निमंत्रण आता है.आपका स्वागत रहेगा. बहुत बहुत धन्यवाद.</p> आदरणीया कुंती जी ..इस सफल आयो…tag:openbooks.ning.com,2014-05-28:5170231:Comment:5450172014-05-28T08:53:18.465ZDr Ashutosh Mishrahttp://openbooks.ning.com/profile/DrAshutoshMishra
<p>आदरणीया कुंती जी ..इस सफल आयोजन के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं ..मुझे इस कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी ..आज आपके लेख को पढने से मालूम हुआ ..लखनऊ और कानपूर दोनों ही जगह लगभग हर सप्ताह में रहता हूँ ..भविष्य में ऐसा आयोजन कब होने वाला है और क्या इस कार्यक्रम में यदि कोई शामिल होना चाहे तो क्या करना होगा ..यह अनूठी पहल ह और इससे प्रत्यक्ष रूप आप सभी श्रेष्ट साहित्यकारों से मिलने का सुअवसर हम जैसे सीखने वालों को मिलेगा ..ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ सादर</p>
<p>आदरणीया कुंती जी ..इस सफल आयोजन के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं ..मुझे इस कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी ..आज आपके लेख को पढने से मालूम हुआ ..लखनऊ और कानपूर दोनों ही जगह लगभग हर सप्ताह में रहता हूँ ..भविष्य में ऐसा आयोजन कब होने वाला है और क्या इस कार्यक्रम में यदि कोई शामिल होना चाहे तो क्या करना होगा ..यह अनूठी पहल ह और इससे प्रत्यक्ष रूप आप सभी श्रेष्ट साहित्यकारों से मिलने का सुअवसर हम जैसे सीखने वालों को मिलेगा ..ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ सादर</p> आदरणीय कुंती दी जी
सादर
निश…tag:openbooks.ning.com,2014-05-09:5170231:Comment:5400212014-05-09T04:19:56.245ZPRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHAhttp://openbooks.ning.com/profile/PRADEEPKUMARSINGHKUSHWAHA
<p>आदरणीय कुंती दी जी </p>
<p>सादर </p>
<p>निश्चय ही बिरले लोग होते हैं जो किसी संस्था या घटना के मूल में जाकर उन तथ्यों /इतिहास की जानकारी नये लोगों को देते हैं जो प्रेरणा श्रोत होता है. ऐसा मेरी अपनी सोच है. इसे अपेक्षा करना या आत्म मुग्धता के दायरे से परे मानता हूँ. आपका इस संदर्भ में विशेष आभार . यदि राष्ट्र के नागरिक संस्कृति, सभ्यता के सन्दर्भ में नयी पीढ़ी को बताएं तों एक मजबूत राष्ट्र बन सकता है भारत जिसका एक अपना स्वरूप होगा राष्ट्रीय चरित्र के मामले में. </p>
<p>इस प्रकार के स्वप्न…</p>
<p>आदरणीय कुंती दी जी </p>
<p>सादर </p>
<p>निश्चय ही बिरले लोग होते हैं जो किसी संस्था या घटना के मूल में जाकर उन तथ्यों /इतिहास की जानकारी नये लोगों को देते हैं जो प्रेरणा श्रोत होता है. ऐसा मेरी अपनी सोच है. इसे अपेक्षा करना या आत्म मुग्धता के दायरे से परे मानता हूँ. आपका इस संदर्भ में विशेष आभार . यदि राष्ट्र के नागरिक संस्कृति, सभ्यता के सन्दर्भ में नयी पीढ़ी को बताएं तों एक मजबूत राष्ट्र बन सकता है भारत जिसका एक अपना स्वरूप होगा राष्ट्रीय चरित्र के मामले में. </p>
<p>इस प्रकार के स्वप्न देखना और उन्हें जीवंत करना मेरे भाग्य में सदैव रहा है. मैं एक जगह ठहर नही पाता. चल देता हूँ अगले पड़ाव की ओर .</p>
<p>लखनऊ चैप्टर अभी मेरे मानकों के अनुरूप नही है. इसके ठोस विस्तार की और आवश्यकता है. बंद हाल से खेत के मैदानों तक पहुंचाने और युवा पीढ़ी को अच्छे साहित्य सृजन से जोड़ने की मुहीम अधूरी है. </p>
<p>लखनऊ चैप्टर जो आज गतिमान है वो मेरे अलावा टीम के सभी सदस्यों के मेहनत ,लग्न. निष्ठां का ही परिणाम है. आदरणीय दादा जी के वट वृक्ष की साया में फल फूल रहा है . मै अपनी बीमारी के कारण समय नही दे पाता हूँ. </p>
<p>कानपुर का आभारी हूँ . उत्कृष्ट रचनाएँ प्रस्तुत करने हेतु. अब अधिक नही. </p>
<p>सभी का आभार . </p>
<p>जय ओ बी ओ </p> सौरभ जी, आपको हार्दिक आभार. स…tag:openbooks.ning.com,2014-05-08:5170231:Comment:5399262014-05-08T19:08:25.599Zcoontee mukerjihttp://openbooks.ning.com/profile/coonteemukerji
<p>सौरभ जी, आपको हार्दिक आभार. सादर</p>
<p>सौरभ जी, आपको हार्दिक आभार. सादर</p> इस आयोजन के सुचारू रूप से सम्…tag:openbooks.ning.com,2014-05-07:5170231:Comment:5377792014-05-07T22:14:04.528ZSaurabh Pandeyhttp://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>इस आयोजन के सुचारू रूप से सम्पन्न होने पर समर्पित सदस्यों को हार्दिक बधाइयाँ.</p>
<p>आपकी यह विशद रिपोर्ट बहुत कुछ साझा करती जाती है. आपके प्रस्तुतीकरण के कारण हम काव्य-संध्या के उन क्षणॊं को जी पाये.</p>
<p>सादर</p>
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<p>इस आयोजन के सुचारू रूप से सम्पन्न होने पर समर्पित सदस्यों को हार्दिक बधाइयाँ.</p>
<p>आपकी यह विशद रिपोर्ट बहुत कुछ साझा करती जाती है. आपके प्रस्तुतीकरण के कारण हम काव्य-संध्या के उन क्षणॊं को जी पाये.</p>
<p>सादर</p>
<p></p> इस सुंदर प्रस्तुतिकरण के लिए…tag:openbooks.ning.com,2014-05-07:5170231:Comment:5378312014-05-07T13:30:20.219ZMaheshwari Kanerihttp://openbooks.ning.com/profile/MaheshwariKaneri
<p><span>इस सुंदर प्रस्तुतिकरण के लिए आपको हार्दिक बधाई.<span>आदरणीया कुंती जी</span></span></p>
<p><span>इस सुंदर प्रस्तुतिकरण के लिए आपको हार्दिक बधाई.<span>आदरणीया कुंती जी</span></span></p> मुकेश जी व वीनस जी आप दोनों क…tag:openbooks.ning.com,2014-05-06:5170231:Comment:5377282014-05-06T20:11:23.006Zcoontee mukerjihttp://openbooks.ning.com/profile/coonteemukerji
<p>मुकेश जी व वीनस जी आप दोनों को हार्दिक आभार.</p>
<p>मुकेश जी व वीनस जी आप दोनों को हार्दिक आभार.</p> वाह अतिउत्तम हार्दिक बधाईtag:openbooks.ning.com,2014-05-05:5170231:Comment:5373862014-05-05T14:58:27.390Zवीनस केसरीhttp://openbooks.ning.com/profile/1q1lxk02g9ue6
<p>वाह <br/>अतिउत्तम <br/>हार्दिक बधाई</p>
<p>वाह <br/>अतिउत्तम <br/>हार्दिक बधाई</p>