"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-122 - Open Books Online2024-03-28T20:11:06Zhttp://openbooks.ning.com/forum/topics/122?commentId=5170231%3AComment%3A1015979&feed=yes&xn_auth=no"ओ बी ओ लाइव तरही मुशाइर:" अं…tag:openbooks.ning.com,2020-08-29:5170231:Comment:10163242020-08-29T18:09:49.558ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>"ओ बी ओ लाइव तरही मुशाइर:" अंक-122 को सफल बनाने के लिये सभी ग़ज़लकारों का हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</p>
<p>"ओ बी ओ लाइव तरही मुशाइर:" अंक-122 को सफल बनाने के लिये सभी ग़ज़लकारों का हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</p> 'असली हुनर तो मौज-ए-रवानी में…tag:openbooks.ning.com,2020-08-29:5170231:Comment:10163232020-08-29T17:29:37.798ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p><span>'असली हुनर तो मौज-ए-रवानी में आएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे को यूँ कर सकते हैं:-</span></p>
<p><span>'असली हुनर नदी की रवानी में आएगा'</span></p>
<p></p>
<p><span><em>'माँ भारती के वास्ते जो कुर्बान हो गए'</em></span></p>
<p><em>इस मिसरे को यूँ कर सकते हैं:-</em></p>
<p><em>'माँ भारती के वास्ते क़ुरबाँ जो हो गए'</em></p>
<p><span>'असली हुनर तो मौज-ए-रवानी में आएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे को यूँ कर सकते हैं:-</span></p>
<p><span>'असली हुनर नदी की रवानी में आएगा'</span></p>
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<p><span><em>'माँ भारती के वास्ते जो कुर्बान हो गए'</em></span></p>
<p><em>इस मिसरे को यूँ कर सकते हैं:-</em></p>
<p><em>'माँ भारती के वास्ते क़ुरबाँ जो हो गए'</em></p> जनाब नदीम अहमद खान साहब ग़ज़ल त…tag:openbooks.ning.com,2020-08-29:5170231:Comment:10164272020-08-29T17:26:41.837ZMd. Anis armanhttp://openbooks.ning.com/profile/Mdanissheikh
<p>जनाब नदीम अहमद खान साहब ग़ज़ल तक आने का बहुत-बहुत शुक्रिया</p>
<p>जनाब नदीम अहमद खान साहब ग़ज़ल तक आने का बहुत-बहुत शुक्रिया</p> आदरणीय सुरेंद्र नाथ सिंह जी ग़…tag:openbooks.ning.com,2020-08-29:5170231:Comment:10163222020-08-29T17:25:03.119ZMd. Anis armanhttp://openbooks.ning.com/profile/Mdanissheikh
<p>आदरणीय सुरेंद्र नाथ सिंह जी ग़ज़ल तक आने का बहुत-बहुत शुक्रिया</p>
<p>आदरणीय सुरेंद्र नाथ सिंह जी ग़ज़ल तक आने का बहुत-बहुत शुक्रिया</p> जनाब लक्ष्मण धामी मुसाफिर साह…tag:openbooks.ning.com,2020-08-29:5170231:Comment:10163212020-08-29T17:24:26.548ZMd. Anis armanhttp://openbooks.ning.com/profile/Mdanissheikh
<p>जनाब लक्ष्मण धामी मुसाफिर साहब ग़ज़ल तक आने का बहुत-बहुत शुक्रिया</p>
<p>जनाब लक्ष्मण धामी मुसाफिर साहब ग़ज़ल तक आने का बहुत-बहुत शुक्रिया</p> आदरणीया राजेश कुमारी जी गजल त…tag:openbooks.ning.com,2020-08-29:5170231:Comment:10164262020-08-29T17:23:21.622ZMd. Anis armanhttp://openbooks.ning.com/profile/Mdanissheikh
<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी गजल तक आने का बहुत-बहुत शुक्रिया</p>
<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी गजल तक आने का बहुत-बहुत शुक्रिया</p> राणा प्रताप सिंह साहब ग़ज़ल तक…tag:openbooks.ning.com,2020-08-29:5170231:Comment:10163202020-08-29T17:22:31.660ZMd. Anis armanhttp://openbooks.ning.com/profile/Mdanissheikh
<p>राणा प्रताप सिंह साहब ग़ज़ल तक आने और पसंद करने का बहुत बहुत शुक्रिया, आपसे मिली तारीफ़ हौसला देती है </p>
<p>राणा प्रताप सिंह साहब ग़ज़ल तक आने और पसंद करने का बहुत बहुत शुक्रिया, आपसे मिली तारीफ़ हौसला देती है </p> आदरणीय डिंपल शर्मा जी ग़ज़ल तक…tag:openbooks.ning.com,2020-08-29:5170231:Comment:10164252020-08-29T17:20:50.109ZMd. Anis armanhttp://openbooks.ning.com/profile/Mdanissheikh
<p>आदरणीय डिंपल शर्मा जी ग़ज़ल तक आने और पसंद करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया</p>
<p>आदरणीय डिंपल शर्मा जी ग़ज़ल तक आने और पसंद करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया</p> आदरणीय दंड पाणी नाहक साहब ग़ज़…tag:openbooks.ning.com,2020-08-29:5170231:Comment:10163192020-08-29T17:19:40.483ZMd. Anis armanhttp://openbooks.ning.com/profile/Mdanissheikh
<p>आदरणीय दंड पाणी नाहक साहब ग़ज़ल तक आने और पसंद करने का बहुत बहुत शुक्रिया </p>
<p>आदरणीय दंड पाणी नाहक साहब ग़ज़ल तक आने और पसंद करने का बहुत बहुत शुक्रिया </p> आदरणीया रचना भाटिया जी ग़ज़ल त…tag:openbooks.ning.com,2020-08-29:5170231:Comment:10164242020-08-29T17:18:22.528ZMd. Anis armanhttp://openbooks.ning.com/profile/Mdanissheikh
<p>आदरणीया रचना भाटिया जी ग़ज़ल तक आने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया</p>
<p>आदरणीया रचना भाटिया जी ग़ज़ल तक आने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया</p>